एक मीठे मीठे गीत से रूबरू करवाना चाहती हूँ ....गीत
है राष्ट्रीय कवि आदरणीय सोहनलाल द्विवेदी जी का ............गीत को सिर्फ पढ़िए
नहीं जीवन में घोलिये .............. और मीठा मीठा बोलिए
मीठा होता खस्ता खाजा
मीठा होता हलुआ ताजा,
मीठे होते गट्टे गोल
सबसे मीठे, मीठे बोल।
मीठे होते आम निराले
मीठे होते जामुन काले,
मीठे होते गन्ने गोल
सबसे मीठे, मीठे बोल।
मीठा होता दाख छुहारा
मीठा होता शक्कर पारा,
मीठा होता रस का घोल
सबसे मीठे, मीठे बोल।
मीठी होती पुआ सुहारी
मीठी होती कुल्फी न्यारी,
मीठे रसगुल्ले अनमोल
सबसे मीठे, मीठे बोल।
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